गंगोत्री-यमुनोत्री में स्वयंसेवक बने तीर्थयात्रियों के हमसफर
गंगोत्री-यमुनोत्री पैदल यात्रा मार्गों पर भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी के स्वयंसेवक तीर्थयात्रियों के लिए मददगार साबित हो रहे हैं। रेडक्रॉस के पूर्व सचिव सुशील डिमरी ने बुधवार को बताया कि ये स्वयंसेवक पैदल यात्रा के दौरान ठोकर लगने या अन्य कारणों से चोटिल होने पर तीर्थयात्रियों की मरहम पट्टी कर रहे हैं। यात्रियों के ज्यादा चोटिल या किसी कारण स्वास्थ्य बिगड़ने पर नजदीकी अस्पतालों में पहुंचाया जा रहा है।
यमुनोत्री पैदल मार्ग पर करीब चार सौ तीर्थयात्रियों को प्रतिदिन ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है। यमुनोत्री पैदल मार्ग पर जहां 25 स्वयं सेवक तैनात है, वही गंगोत्री से कनखू बैरियर, भोजवासा, चीड़वासा, गोमुख तथा भैरोंघाटी आदि जगहों में 10 स्वयं सेवक तैनात हैं। पैदल मार्ग पर 200 मीटर की दूरी पर एक स्वयं सेवक को तैनात किया है। इधर, रेडक्रॉस चेयरमैन माधव प्रसाद जोशी ने बताया कि यमुनोत्री में तीर्थयात्रियों की ऑक्सीजन लेबल और बीपी की जांच करने के साथ ही तीर्थयात्रियों को आराम करवा रहे हैं। जबकि हाईरिस्क श्रद्धालुओं को वापस जानकी चट्टी लौटने की सलाह दी जा रही हैं। स्वयं सेवक ने अभी तक करीब आठ से दस हजार तीर्थ यात्रियों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराई है।