दिल्ली में क्या टूट जाएगा 2019 का रिकॉर्ड? सात सीटों पर इस बार बढ़ सकती प्रत्याशियों की संख्या

चांदनी चौक से एक निर्दलीय उम्मीदवार ने अपना बुधवार को नामांकन वापस ले लिया। बृहस्पतिवार को नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि है। इसके साथ ही नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी और दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों से प्रत्याशियों की स्थिति भी स्पष्ट हो जाएगी।कांग्रेस एवं आम आदमी पार्टी की ओर से मिलकर चुनाव लड़ने के बावजूद इस बार दिल्ली के चुनावी मैदान में प्रत्याशियों की संख्या पिछले चुनाव के मुकाबले अधिक हो सकती है।प्रत्याशियों के नामांकन के आंकड़े इस तरफ इशारा कर रहे हैं। वर्ष 2019 के पिछले लोकसभा चुनाव में 347 नामांकन हुए थे, तब 174 नामांकन रद्द हुए थे और नौ नामांकन वापस लिए गए थे। इसके बाद कुल 164 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे। इसमें भाजपा के अलावा सातों सीटों से कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार भी शामिल थे।

इस लोकसभा चुनाव में दिल्ली में सात लोकसभा सीटों के लिए 265 उम्मीदवारों ने 367 नामांकन पत्र भरे थे। नामांकन पत्रों की जांच में इस बार 129 नामांकन पत्र रद्द हुए। इसके बाद 238 नामांकन स्वीकृत हुए। एक उम्मीदवार का नामांकन वापस लिए जाने के बाद अभी 237 स्वीकृत नामांकन हैं।प्रमुख दलों के उम्मीदवारों सहित कई प्रत्याशियों ने एक सेट से अधिक नामांकन पत्र भरे हैं। नामांकन वापस लेने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद सभी सीटों से प्रत्याशियों की संख्या निश्चित हो जाएगी। एक सीट से 16 से अधिक उम्मीदवार होने पर ईवीएम में एक से ज्यादा बैलेट यूनिट इस्तेमाल होगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *