कहां ठिठका है मॉनसून, उत्तर भारत में कब होगी झमाझम बारिश; IMD ने सब बताया

 भीषण गर्मी से जूझ रहे उत्तर भारत के लिए मॉनसून का इंतजार लंबा हो सकता है। इसकी वजह यह है कि पिछले चार दिनों से मॉनसून ठिठका हुआ है तथा मौसम विभाग ने अगले चार-पांच दिनों के बाद ही इसमें प्रगति होने की संभावना व्यक्त की है। जबकि 15 जून के आसपास मॉनसून झारखंड, बिहार को कवर करते हुए पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में दस्तक दे चुका होता है।

मौसम विभाग के अनुसार, अरब सागर की तरफ से मॉनसून प्रगति कर रहा है तथा महाराष्ट्र के ज्यादातर हिस्सों को उसने कवर भी कर लिया है। जबकि बंगाल की खाड़ी की तरफ वाले हिस्से में मॉनसून ने पूर्वोत्तर को तो समय से पहले ही कवर कर लिया था, लेकिन उसके बाद से ही यह पूर्वोत्तर में ही सक्रिय है तथा आगे नहीं बढ़ पाया है। नतीजा यह है कि ओडिशा, झारंखंड, पश्चिम बंगाल के ज्यादातर हिस्सों, बिहार आदि में मॉनसून दस्तक नहीं दे पाया है। इन राज्यों में भी अब मॉनसून के आगमन में विलंब होता दिख रहा है।

इस बीच मौसम विभाग ने कहा कि अगले-चार पांच दिनों में मॉनसून के सक्रिय होने की संभावना है। पश्चिम बंगाल और बिहार के कुछ हिस्सों में मॉनसून सक्रिय हो सकता है। उत्तर प्रदेश में मॉनसून की दस्तक कब होगी, इसे लेकर अभी कुछ भी विभाग की तरफ से नहीं कहा गया है। वाराणसी में मॉनसून के पहुंचने की सामान्य तिथि 20 जून है। लेकिन इस बार इसमें देरी की आशंका लग रही है। मौसम विभाग ने उत्तर भारत में हीट वेब के जारी रहने की भी आशंका व्यक्त की है। विभाग ने कहा कि हीट वेब का मौजूदा दौर अगले 4-5 दिनों तक जारी रह सकता है। विभाग ने कहा कि उत्तर-पश्चिमी राज्यों में दिन के साथ-साथ रात के तापमान में भी बढोत्तरी का रुझान देखा गया है जो अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकता है।

यूपी में अगले दो दिन रहेगी प्रचंड लू और तपन
बंगाल की खाड़ी में मची ताजा हलचल से अब उत्तर प्रदेश में समय से मॉनसून के आने के आसार बनने लगे हैं। मगर इससे पहले 15 व 16 जून को पूरे प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर प्रचंड लू व तपन का प्रकोप जारी रहने और रात भी गरम रहने का अनुमान है। भारतीय मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार, दक्षिणी-पश्चिमी मॉनसून की बंगाल की खाड़ी की शाखा अगले चार से पांच दिनों में पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, बिहार तक पहुंच सकता है। इसके बाद बिहार के रास्ते गोरखपुर या वाराणसी से मॉनसून उत्तर प्रदेश में दाखिल होगा। आगामी 19-20 जून से प्रदेश में मॉनसून से पहले की बारिश का सिलसिला भी शुरू होने का अनुमान जताया गया है।शुक्रवार को पूरा उत्तर प्रदेश तपता रहा। राज्य के अधिकांश इलाकों में दिन का तापमान 44-45 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। प्रदेश में सबसे गरम स्थान प्रयागराज व कानपुर रहे, जहां दिन का तापमान क्रमश: 46.9 और 46.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

बिहार में 17-18 जून को मॉनसून देगा दस्तक
बिहारवासियों के लिए राहत भरी खबर है। राज्य में 17-18 जून को मॉनसून दस्तक देगा। प्रदेश में मॉनसून के प्रसार की अनुकूल परिस्थितियां बन रही हैं। कुछ जगहों पर पछुआ का प्रसार कम हुआ है और पुरवा ने अपने पांव पसारे हैं। इसी वजह से लोग पसीने वाली गर्मी से दो-चार हो रहे हैं। शाम को तेज हवा थोड़ी राहत दे रही है। यह मौसम मॉनसून के आगमन के संकेत हैं। मौसम विभाग के अनुसार अगले 3-4 दिनों के दौरान मॉनसून महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों, पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के शेष हिस्सों और बिहार के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल बन रही हैं।

झारखंड के 20 जिलों में तापमान 40 पार
झारखंड में गर्मी की तपिश रुकने का नाम नहीं ले रही है। शुक्रवार को भी झारखंड के 20 जिलों में तापमान 40 डिग्री से ऊपर रहा। मौसम विभाग के अनुसार पलामू, गढ़वा और आसपास में अगले 24 घंटे के दौरान भी हीट वेव का ऑरेंज अलर्ट और राज्य के शेष भागों में हीट वेव का यलो अलर्ट जारी किया गया है। जबकि संथाल परगना के जिलों समेत राज्य के कुछ हिस्सों में भीषण गर्मी के दौरान मौसम में बदलाव की संभावना है। पलामू, चतरा, कोडरमा, गढ़वा, समेत अन्य जिलों में शुक्रवार को भी भीषण गर्मी रही। पलामू का तापमान 45.2 डिग्री रहा। रांची का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इधर, भीषण गर्मी के दौरान पिछले 24 घंटों के दौरान लू लगने से पांच लोगों की मौत हो गई। इनमें गढ़वा के विशुनपुरा में एक, हजारीबाग के चौपारण में एक, गुमला में एक, पलामू के रेहला में एक रिटायर्ड अमीन और घाटशिला में एक व्यक्ति की मौत हो गई।

मुंबई के अधिकतर हिस्सों में बारिश, गर्मी से मिली राहत
मुंबई में दो दिन के बाद शुक्रवार को अधिकांश हिस्सों में एक बार फिर बारिश हुई जिससे लोगों को तपिश और उमस से राहत मिली। नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि गरज के साथ बारिश शुरू हुई लेकिन इससे शहर में कहीं भी बड़ी मात्रा में जलभराव की कोई खबर नहीं है। अधिकारी ने बताया कि रेलवे और बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं परिवहन (बीईएसटी) बस की सार्वजनिक परिवहन सेवाएं काफी हद तक सामान्य हैं हालांकि कुछ स्थानों से सेवाओं में कुछ विलंब की सूचना है। आईएमडी ने अगले 24 घंटे में शहर और उपनगरों में बादल छाए रहने के साथ हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। मुंबई में मॉनसून अपनी सामान्य तिथि 11 जून से दो दिन पहले नौ जून को पहुंचा, इसके बाद भी पिछले दो दिनों में महानगरों में बारिश नहीं हुई है जिससे वहां उमस भरा मौसम हो गया है।

अगले चार से पांच दिनों में उत्तर बंगाल में पहुंचेगा मॉनसून
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून अगले चार से पांच दिनों में उत्तर बंगाल और गंगा के कुछ हिस्सों में पहुंचने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक, राज्य के उत्तरी जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। भारी बारिश के कारण कुछ इलाकों में व्यवधान का सामना करना पड़ रहा है, जबकि दक्षिण बंगाल के कुछ जिलों में अगले कुछ दिनों तक लू और भीषण लू की स्थिति रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने दार्जिलिंग और कलिम्पोंग जिलों के पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की भी चेतावनी दी है।

सिक्किम में भारी बारिश के बाद बंगाल में अलर्ट जारी
पड़ोसी राज्य सिक्किम में लगातार बारिश के कारण तबाही और तीस्ता नदी के उफनाने के कारण पश्चिम बंगाल सिंचाई विभाग ने राज्य के उत्तरी जिलों के लिए अलर्ट जारी किया है। अधिकारियों ने कहा कि बैराजों से पानी छोड़े जाने के कारण तीस्ता नदी का जलस्तर बढ़ गया है और इसके कारण जलपाईगुड़ी जिले में तीस्ता के दोनों ओर के इलाकों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। अधिकारी ने बताया कि सिक्किम में बैराजों से पानी छोड़ने के कारण तीस्ता का जलस्तर बढ़ रहा है। इस दौरान अलर्ट जारी कर दिया गया है। जलपाईगुड़ी जिला प्रशासन तीस्ता के समीप रहने वाले लोगों से ऊंचे स्थानों पर जाने का अनुरोध कर रहा है। मछुआरों को नदी में न जाने की सलाह दी गई है।

राजस्थान में अधिकतम तापमान में गिरावट
राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में शुक्रवार को अधिकतम तापमान में कल के मुकाबले एक से दो डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है, जिससे प्रदेशवासियों को गर्मी से मामूली राहत मिली। मौसम विभाग के अनुसार, श्रीगंगानगर 45.2 डिग्री सेल्सियस के साथ शुक्रवार को प्रदेश का सबसे गर्म स्थान रहा, वहीं संगरिया में अधिकतम तापमान 44.4 डिग्री, पिलानी 43.9 डिग्री सेल्सियस, चूरू-अलवर में 43.8 डिग्री, धौलपुर 43.4 डिग्री, करौली 43.3 डिग्री, बीकानेर में 42.8 डिग्री, वनस्थली में 42.2 डिग्री, कोटा में 42.1 डिग्री, चित्तौड़गढ़ में 42 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जयपुर मौसम केन्द्र के प्रभारी राधेश्याम शर्मा ने बताया कि राज्य के कई हिस्सों में आंधी और बारिश की गतिविधियों के चलते अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।

पंजाब, हरियाणा में भीषण गर्मी जारी
हरियाणा और पंजाब में भीषण गर्मी जारी है। इस बीच अबोहर में शुक्रवार को तापमान 47.6 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के मुताबिक, राजधानी चंडीगढ़ में भी भीषण गर्मी जारी रही, जहां अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गुरदासपुर में भी भीषण गर्मी रही, जहां अधिकतम तापमान 45.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अमृतसर और लुधियाना में तापमान क्रमश: 44.8 डिग्री सेल्सियस और 44.2 डिग्री सेल्सियस रहा। पड़ोसी हरियाणा में फरीदाबाद और नूंह में अधिकतम तापमान 45.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हिसार में 44.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।

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